भारत-पाक तनाव के बीच कांगड़ा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर
भारत पाक के बीच बढ़ते तनाव के बीच कांगड़ा जनपद भी हर तरह की आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए हर लिहाज़ से खुद को मुस्तैद कर रहा है, बात स्वास्थ्य विभाग की करें तो जिला स्वास्थ्य विभाग कांगड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी CMO डॉ राजेश गुलेरी ने अपने स्वास्थ्य महकमे के तमाम अधीनस्थ अधिकारियों को अलर्ट मॉड पर रहने के दिशा निर्देश जारी किए हैं साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को हर लिहाज़ से दुरुस्त रखने की भी हिदायत दी है, डॉ गुलेरी ने बताया कि यूं तो धर्मशाला कांगड़ा सिस्मिक जॉन 5 में आता है और यहां आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना पड़ता है, आज भी अगर ऐसी स्थिति पैदा हुई तो विभाग पहले से ही बनाई गई रणनीति को तुरंत प्रभाव से लागू करेगा और उसे धरातल पर उतारने के लिए हम स्वयं मौके पर मौजूद रहेंगे, उन्होंने बताया कि फिलहाल ऐसी कोई स्थिति नहीं हैं
बाइट – डॉ राजेश गुलेरी, CMO, कांगड़ा
बिचित्र शर्मा, न्यूज़ 18 धर्मशाला
छात्रों के सुनहरे भविष्य के लिये दो शैक्षणिक संस्थानों के बीच हुआ MoU


मेद सिंह और विवेक परिहार के संस्थानों के बीच हुआ अनुबंध
एमएस लर्निंग एंड स्किल डेवलेपमेंट सेंटर और केसी ग्रुप ऑफ रिसर्च एंड प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशन ने अपने छात्रों के बेहतरीन भविष्य और उन्हें आईटी और बीएफएसआई के क्षेत्र में इंडस्ट्री ऑरिएंटड व्यवहारिक शिक्षा प्रदान करने के लिये समझौता अनुबंध पर हस्ताक्षर किये, जिसमें इस इंस्टीट्यूशन के सैकड़ों छात्र लाभान्विंत होंगे, इस समझौता हस्ताक्षर के होने से जहां इस इंस्टीट्यूशन के सैकड़ों छात्र न केवल इस इंस्टीट्यूशन से रिसर्च और प्रोफेशनल शिक्षा हासिल कर पाएंगे बल्कि अब ये लोग एमएस लर्निंग एंड स्किल डेवलेपमेंट सेंटर के बैनर तले अपने करियर से संबंधित व्यवहारिक ज्ञान में भी इजाफा कर पाएंगे…इससे उन पढ़े लिखे युवाओं को बीएफएसआई क्षेत्र में स्वरोजगार और रोजगार हासिल करने में लाभ मिलेगा और देश विदेश में अपना हुनर दिखाने के भी सुनहरे अवसर मिलेंगे…

एमएस लर्निंग एंड स्किल डेवलपमेंट सेंटर का क्या है मकसद
दरअसल एमएस लर्निंग एंड स्किल डेवलेपमेंट सेंटर के चेयरपर्सन मेद सिंह का मानना है कि आज देश और प्रदेश में लाखों बच्चे मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के बावजूद भी रोजगार और स्वरोजगार की तलाश में हैं जिसके पीछे की बड़ी वजह बीएफएसआई सेक्टर की कार्यशैली में बड़ा बदलाव है, ऐसे में आज के प्रतियोगी दौर में उन पढ़े-लिखे युवाओं को व्यवहारिक ज्ञान की नितांत आवश्यकता है…यही वजह है कि एमएस लर्निंग एंड स्किल डेवलेपमेंट सेंटर ने युवाओं के बेहतरीन करियर बनाने के लिये स्किल बेस्ड शैक्षणिक संस्थान खोलने की पहल की है ताकि हमारे युवा इसका भरपूर लाभ उठा सकें और देश विदेश में अपनी कार्यशैली का झंडा गाढ़ सकें…मेद सिंह की मानें तो भारत दुनियाभर में सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश है और विश्व की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था है बावजूद इसके वित्तिय क्षेत्र में आज भी साक्षरता दर महज़ 27 फीसदी है जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के समान है, ऐसे में इस क्षेत्र में युवाओं को पढ़ाई के साथ साथ इस क्षेत्र का व्यवहारिक ज्ञान होना बेहद जरूरी है और उसी दिशा में काम कर रहे हैं…

सैकड़ों छात्र ले चुके हैं KC ग्रुप ऑफ रिसर्च एंड प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशन से शिक्षा
काबिलेगौर है कि केसी ग्रुप ऑफ रिसर्च एंड प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशन की स्थापना साल 2009 में हुई थी, इसे हिमाचल प्रदेश की तकनीकि शिक्षा विश्वविद्यालय हमीरपुर ने मान्यता प्रदान कर रखी है…युनिवर्सिटी के मानकों पर खरा उतरते हुये इस इंस्टीट्यूशन ने अब तक शिक्षा के क्षेत्र में सैकड़ों युवाओं के सुनहरे भविष्य की नींव रखी है और हमेशा से युवाओं को प्रोफेशनल बनाने की दिशा में अपना भरपूर योगदान प्रदान किया है…इतना ही नहीं युवा स्किलड होकर अपना और अपने देश प्रदेश का नाम रोशन करें इसके लिये भी संस्थान के चेयरमैन विवेक परिहार हमेशा से प्रयासरत रहे हैं, ऐसे में इसी दिशा में काम
